भारत एक कृषि प्रधान देश है, लेकिन खेती के अलावा भी गांवों में आय के अन्य स्रोतों की जरूरत होती है, खासकर जब गर्मी का मौसम आता है। इस समय कई ऐसे काम हैं जो बेहद लाभकारी साबित हो सकते हैं। गर्मी के मौसम में तापमान बढ़ता है, बिजली की मांग अधिक होती है, प्यास लगती है, और शरीर को ठंडक की आवश्यकता होती है। यही कारण है कि कुछ खास बिजनेस गांवों में गर्मियों के दौरान तेजी से बढ़ते हैं।
यह लेख आपको बताएगा कि गांवों में गर्मी के मौसम में कौन-कौन से बिजनेस सबसे ज्यादा चलते हैं, क्यों चलते हैं, उन्हें शुरू कैसे करें और उनसे किस तरह कमाई की जा सकती है।
1. ठंडे पेय पदार्थ और आइसक्रीम का बिजनेस
बाजार की मांग:
गर्मी में शरीर को ठंडक चाहिए, और यही कारण है कि गांवों में ठंडे पेय पदार्थों की मांग आसमान छूती है। नींबू पानी, बेल का शरबत, आम पन्ना, गन्ने का रस, आइसक्रीम और कुल्फी जैसे उत्पाद हर किसी की पसंद बन जाते हैं।
शुरुआत कैसे करें?
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नींबू, चीनी, नमक, और पानी जैसी सस्ती चीजों से नींबू पानी का स्टॉल शुरू किया जा सकता है।
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लोकल डेयरी या कंपनी से आइसक्रीम या कुल्फी लेकर रिटेल में बेचना शुरू करें।
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गन्ने का रस मशीन आजकल ₹15,000 से ₹30,000 में आ जाती है।
लाभ:
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प्रति दिन ₹500 से ₹2000 की आमदनी संभव है।
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कम लागत, अधिक मुनाफा।
2. सोलर पंखे और कूलर की मरम्मत और बिक्री
मांग क्यों बढ़ती है?
गांवों में बिजली की कटौती आम बात है। ऐसे में सोलर पंखे या लोकल कूलर सबसे बड़े सहारे बनते हैं।
बिजनेस मॉडल:
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लोकल कारीगर बनकर मरम्मत का काम शुरू करें।
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होलसेल में सोलर पंखे और लोकल कूलर खरीदकर गांव में रिटेल में बेचें।
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शुरुआती लागत ₹10,000 से ₹20,000 हो सकती है।
विशेष जानकारी:
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सोलर से चलने वाले पंखों की मांग पिछले तीन सालों में 40% बढ़ी है (Source: MNRE Data).
3. टेंट और शादी संबंधी सामान की सेवा
गर्मी = शादी का सीजन
अप्रैल से जून तक शादी-ब्याह खूब होते हैं, खासकर गांवों में। लोग टेंट, कुर्सी, पंखे, माइक और लाइट्स किराए पर लेते हैं।
कैसे करें शुरुआत?
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छोटे स्तर पर 10-15 कुर्सियों, 2-3 टेबल, 1 टेंट सेट से काम शुरू किया जा सकता है।
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आप ₹20,000 से ₹50,000 के अंदर एक मिनी टेंट सर्विस शुरू कर सकते हैं।
कमाई:
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प्रति इवेंट ₹1,000 से ₹5,000 की आमदनी संभव है।
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शादी के सीजन में हर हफ्ते 2-3 इवेंट मिल सकते हैं।
4. छाछ (मट्ठा) और दही की बिक्री
गांवों की देसी ठंडक
गर्मी में छाछ और दही का सेवन गांवों में स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। गाय या भैंस पालन करने वाले परिवार इस बिजनेस को बहुत आसानी से शुरू कर सकते हैं।
बिक्री कैसे करें?
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लोकल बाजार, साप्ताहिक हाट या स्कूलों के बाहर छोटे-छोटे स्टॉल लगाकर छाछ और दही बेची जा सकती है।
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₹10 की एक कटोरी से शुरुआत करें।
लाभ:
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दूध की प्रोसेसिंग कर मुनाफा 2x तक बढ़ाया जा सकता है।
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रोजाना ₹300-₹800 की आमदनी संभव।
5. सब्जी बेचने का बिजनेस
ताजी सब्जियों की मांग
गर्मी में हरी सब्जियों की कीमतें तेजी से बढ़ती हैं। अगर आपके पास थोड़ी सी जमीन है, तो टमाटर, लौकी, कद्दू, खीरा, और करेला जैसी सब्जियां उगाकर स्थानीय बाजार में बेच सकते हैं।
स्टार्टअप टिप्स:
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जैविक खेती करें ताकि बाजार में प्रीमियम प्राइस मिले।
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ट्रॉली या साइकिल पर घर-घर सब्जियां पहुंचाएं।
मुनाफा:
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प्रति एकड़ ₹30,000 से ₹60,000 की कमाई संभव है।
6. मोबाइल चार्जिंग पॉइंट और कोल्ड ड्रिंक फ्रीजिंग सर्विस
कम बिजली = नयी सुविधा
गांवों में अभी भी बहुत से घरों में 24 घंटे बिजली नहीं रहती। ऐसे में मोबाइल चार्ज करने या ठंडा रखने की सुविधाएं मांगी जाती हैं।
कैसे काम करता है?
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आप ₹5 से ₹10 में मोबाइल चार्जिंग सर्विस दे सकते हैं।
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₹1-2 में कोल्ड ड्रिंक या पानी की बोतल फ्रीज करके बेच सकते हैं।
आवश्यक निवेश:
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इन्वर्टर + फ्रीज = ₹15,000 से ₹25,000
निष्कर्ष: गांव की गर्मी में मौके ही मौके हैं
गर्मी के मौसम में गांव में बिजनेस करने के लिए बहुत सारे विकल्प हैं, जिनमें लागत कम और लाभ ज्यादा होता है। जरूरत है सही योजना, थोड़ी मेहनत और ग्राहक की जरूरत को समझने की।
क्या आपने तय किया कौन सा बिजनेस आपके गांव में सबसे ज्यादा चल सकता है?
अगर हां, तो आज ही शुरुआत करें। क्योंकि हर सफल बिजनेस की पहली सीढ़ी “शुरुआत” होती है।